Cooking Oil Price 2025: त्योहारों के मौसम से पहले उपभोक्ताओं के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। रोजमर्रा की रसोई में इस्तेमाल होने वाले सोयाबीन, सूरजमुखी और पाम ऑयल की कीमतों में कटौती की घोषणा हुई है, जिससे घरेलू बजट पर पड़ रहा बोझ कुछ कम होगा।
तेल की कीमतों में कितनी हुई कमी
तेल उद्योग से जुड़ी कंपनियों के अनुसार, सोयाबीन, सूरजमुखी और पाम ऑयल के दाम प्रति लीटर 5 से 8 रुपये तक घट गए हैं। अब जहां पहले सोयाबीन ऑयल 150 रुपये प्रति लीटर तक बिक रहा था, वहीं यह 142-145 रुपये प्रति लीटर के बीच उपलब्ध है। सूरजमुखी और पाम ऑयल की कीमतों में भी इसी तरह की कमी दर्ज की गई है।
बड़ी कंपनियों ने घटाए दाम
फॉर्च्यून, धारा और जेमिनी जैसी प्रमुख कंपनियों ने पैकेज्ड तेल की कीमतों में कमी की है। इन ब्रांड्स का बाजार में बड़ा हिस्सा होने के कारण लाखों परिवारों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि कीमतों में यह कमी त्योहारों के मौसम में मांग को भी बढ़ावा देगी।
घरेलू बजट को मिलेगी राहत
खाने का तेल हर घर की रसोई का जरूरी हिस्सा है। पिछले कुछ महीनों से बढ़ती महंगाई ने परिवारों के बजट को बिगाड़ दिया था। तेल की कीमतों में कमी से अब परिवारों को खर्च में बचत का मौका मिलेगा और त्योहारों की तैयारी भी आसान होगी।
त्योहारों के मौसम में बिक्री बढ़ने की उम्मीद
त्योहारों के दौरान मिठाइयों और पकवानों की मांग बढ़ती है। कीमतों में कमी से इस बार लोग अधिक खरीदारी कर पाएंगे। इससे न केवल उपभोक्ताओं को फायदा होगा, बल्कि कंपनियों की बिक्री भी बढ़ेगी।
क्यों घटे तेल के दाम
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों में नरमी, सरकार द्वारा आयात शुल्क में कमी और स्टॉक लिमिट जैसे कदमों की वजह से घरेलू बाजार में दामों पर दबाव घटा है। पाम ऑयल के आयात सस्ते होने से भी कीमतें कम करने में मदद मिली है।
उपभोक्ताओं को क्या फायदे होंगे
कीमतों में गिरावट से मासिक खर्च कम होगा, त्योहारों की तैयारी सस्ती पड़ेगी, स्वास्थ्यवर्धक तेल किफायती दामों पर मिलेंगे और बाजार में रौनक लौटेगी।
आगे कीमतों में और कमी की संभावना
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतें स्थिर रहती हैं तो आने वाले समय में तेल और सस्ता हो सकता है, जिससे उपभोक्ताओं को और राहत मिलेगी।